::::: चाक दिल ● Copyright ©
न सुनाना तनहाइयों को तुम यादों का संगीत...
न दिल में होगा सकून न लब पर हँसी होगी...
न होगा आना तुम्हारा खंडहरों के वीरानों में...
न इस चाक दिल से फूटेगी अब कोंपल नयी...
● जोगेन्द्र सिंह Jogendra Singh (16-05-2011)
_____________________________________________
● http://jogendrasingh.blogspot.com/
● http://indotrans1.blogspot.com/
_____________________________________________
Comments
2 Responses to “चाक दिल”
सुन्दर भाव्।
धन्यवाद ▬● वंदना जी.........
Post a Comment
Note : अपनी प्रतिक्रिया देते समय कृपया संयमित भाषा का इस्तेमाल करे।
▬● (my business sites..)
● [Su-j Health (Acupressure Health)] ► http://web-acu.com/
● [Su-j Health (Acupressure Health)] ► http://acu5.weebly.com/
.