खोया-खोया चाँद




खोये-खोये चाँद की तलाश में, ख्वाबों में क्यूँ खोये चले जाते हो तुम..
नज़रें उठा कर देखो ज़रा तुम आईना, एक चाँद छुपा बैठा हैं उसमें भी.. ©

जोगेंद्र सिंह Jogendra Singh ( 05 अगस्त 2010 )


.
खोया-खोया चाँदSocialTwist Tell-a-Friend

Comments

2 Responses to “खोया-खोया चाँद”

Udan Tashtari said...
5 August 2010 at 5:23 pm

बहुत खूब!

Unknown said...
6 August 2010 at 2:43 am

धन्यवाद दोस्त..

Post a Comment

Note : अपनी प्रतिक्रिया देते समय कृपया संयमित भाषा का इस्तेमाल करे।

▬● (my business sites..)
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://web-acu.com/
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://acu5.weebly.com/
.

Related Posts with Thumbnails