हम



@► एक सच @

इतने बुरे तो हैं हम ... जब हमारे साथ कुछ बुरा होता है तो इल्जामों की झड़ी लगा देंगे और दूसरे पर बीत रही पर नज़र घुमाने तक की फुर्सत नहीं ... वाह रे हम ... हमारे हम होने पर बधाई ...

... ( जोगेन्द्र सिंह ) ...









.
हमSocialTwist Tell-a-Friend

Comments

7 Responses to “हम”

kavita verma said...
24 August 2010 at 12:51 am

ham aise hai isliye to hamare sath bura hota hai...ham hi aise na hote to jag hi kuchh aur hota.....

Udan Tashtari said...
24 August 2010 at 6:11 am

फॉण्ट जब तक हाई लाईट न करो, दिखते ही नहीं. थीम बदलिये..शायद दिखने लगें.

24 August 2010 at 11:14 am


बधाइयां जी बधाईयां,आपको श्रावणी पर्व की ढेर सारी बधाई

लांस नायक वेदराम!

Unknown said...
5 September 2010 at 7:55 pm

@ कविता जी , वास्तव में हम बदलना ही नहीं चाहते ..

Anonymous said...
5 September 2010 at 7:58 pm

@ उड़न तश्तरी , आप किन फ़ॉन्ट्स की बात कर रहे हैं .. ?

Anonymous said...
5 September 2010 at 7:59 pm

@ ललित जी , देरी के लिए माफ़ी ... आपको भी बधाइयाँ ...

Unknown said...
5 September 2010 at 8:00 pm

@ प्रताप , तुमको भी त्यौहार पर शुभकामनायें ..

Post a Comment

Note : अपनी प्रतिक्रिया देते समय कृपया संयमित भाषा का इस्तेमाल करे।

▬● (my business sites..)
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://web-acu.com/
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://acu5.weebly.com/
.

Related Posts with Thumbnails