मेहमान मेरी आँखों के... !!

( ये फोटो मेरी अपनी क्लिक की हुई है...)


"नहीं मिल्कियत किसी एक की आँखों के ये हसीन लम्हे,

तेरी आँखों में हैं आज.. कल होंगे मेहमान मेरी आँखों के,

अश्क के मोतियों से चुकाते रहो इन्हे ब्याज के मानिन्द,

कल फिर होंगे मेहमान ये हसीन लम्हे महाजन के मानिंद !!"


______________जोगेंद्र सिंह ( 03 अप्रैल 2010 ___ 01:00pm )


(( इस फोटो में जो तराजू और उस पर रखा धोखेबाज़ बाट है... वो किसी कृपण महाजन की याद दिलाता है... किस प्रकार उसे किसी भी बात से मतलब नहीं होता... और हर बार आ जाता है धोखा देने या अपना ब्याज वसूलने... यहाँ हसीन लम्हे "महाजन" है और आँसू उससे पाए "ब्याज या धोखे" की तरह है... जो जीवन में अक्सर हमें मिलते ही रहते हैं...))
मेहमान मेरी आँखों के... !!SocialTwist Tell-a-Friend

Comments

No responses to “मेहमान मेरी आँखों के... !!”

Post a Comment

Note : अपनी प्रतिक्रिया देते समय कृपया संयमित भाषा का इस्तेमाल करे।

▬● (my business sites..)
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://web-acu.com/
[Su-j Health (Acupressure Health)]http://acu5.weebly.com/
.

Related Posts with Thumbnails